Vol. 2 No. Issue: 4, June, pg. 1377-1401 (2025) (2025): विद्यालय स्तर पर योग के माध्यम से करुणा, सहानुभूति और सामाजिक जिम्मेदारी के विकास की संभावनाएँ

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सारांश

विद्यालय स्तर पर योग का अध्ययन वर्तमान समय में शैक्षिक और मानसिक स्वास्थ्य दोनों दृष्टियों से अत्यंत महत्वपूर्ण हो गया है। यह शोध पत्र इस बात का विश्लेषण करता है कि किस प्रकार योग अभ्यास विद्यार्थियों में करुणा, सहानुभूति और सामाजिक जिम्मेदारी जैसे मानवीय मूल्यों का विकास कर सकता है। योग न केवल शारीरिक स्वास्थ्य में सुधार करता है, बल्कि मानसिक और भावनात्मक विकास में भी सहायक है। विशेष रूप से, ध्यान, प्राणायाम और योगासन जैसे अभ्यास विद्यार्थियों की आत्मसामंजस्य, आत्मानुशासन और सामाजिक समर्पण की भावना को मजबूत करते हैं। इस अध्ययन में यह पाया गया कि नियमित योग अभ्यास विद्यार्थियों में करुणा और सहानुभूति की क्षमता को बढ़ाने में सहायक हो सकता है, जिससे वे अधिक सहानुभूतिपूर्ण और जिम्मेदार नागरिक बन सकते हैं। साथ ही, योग के माध्यम से सामाजिक जिम्मेदारी के प्रति जागरूकता भी विकसित की जा सकती है। इस शोध का उद्देश्य विद्यालय स्तर पर योग के माध्यम से मानवीय मूल्यों का संवर्धन सुनिश्चित करना है, ताकि छात्र एक समावेशी, जिम्मेदार और करुणामयी समाज का निर्माण कर सकें। निष्कर्षस्वरूप, यह अध्ययन योग को शिक्षा प्रणाली में प्रभावी ढंग से शामिल करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, जो न केवल शारीरिक बल्कि मानसिक एवं सामाजिक विकास को भी प्रोत्साहित करता है।

 

कीवर्ड्स - विद्यालय स्तर, योग और मानवीय मूल्य, करुणा और सहानुभूति, सामाजिक जिम्मेदारी, मानसिक और भावनात्मक विकास, योगाभ्यास का मूल्यांकन, शिक्षा में योग का समावेशन

Published: 2025-09-27